Thursday 9 June 2011

क्या भगवान को देखा है ?

प्रोफेसर साहब पढ़ा रहे थे .विषय था - भ्रम और विश्वास . उन्होंने छात्रों से पूछा," क्या किसी ने भगवान को देखा है?" सबका जवाब था ,"नहीं"
"क्या किसी ने उसकी आवाज़ सुनी है?" सबने सिर हिलाया ,"नहीं"
क्या तुममे से किसी ने उसे छुआ है? छात्रों ने फिर कहा,"नहीं"
प्रोफ़ेसर साहब बोले,"इसका मतलब है कि भगवान नाम की कोई चीज़ नहीं है. यह कोरा भ्रम है. बस,विश्वास की बात है .इस बारे में क्या किसी को कुछ कहना है?"
एक छात्र खड़ा हुआ और अपने साथियों से बोला,"क्या किसी ने सर का दिमाग देखा है?" सबने कहा,"नहीं"
"क्या किसी ने सर के दिमाग से आती कोई आवाज़ सुनी है? या उनके दिमाग को छुआ है?" सभी ने कहा ,"नहीं"
वह ज़रा जोर से बोला,"यानी........!"


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